शनिवार, 27 दिसंबर 2014

बदलाव

आज भारत की आधे से ज्यादा आबादी जो की गाव में रहती है हम जानते तो है की वो कैसे रहती है और उनके सामने हम अपना जीवन कैसे बिताते है ये भी अच्छे से जानते है मगर हम फिर भी अपने में ही रहते है और अपने आपको हमेशा बड़ा दिखने की कोशिश करते रहते है ! मुझे लगता है की इस दुनिया की हर चीज एक समय पर बदलेगी पर मगर ये भी लगता है की आखिर समय आने पर ही सबकुछ होगा तो मुझे ये भी सोचने की जरुरत नहीं है की मेँ क्या कर रहा हु क्योंकि आप जब कुछ नहीं भी करेंगे तो जो आपके पास है या जो आपका ही वो तो आपको मिलेगा ही फिर उसके लिए मेहनत किसी और क्यों ?
आपको नहीं लगता की ये बात तो मुझे पहले से पता है की मेँ कुछ करूँगा तभी मुझे कुछ मिलेगा तो फिर क्यों कुछ नहीं कर रहे हो भाई उठो जागो और कुछ बदलाव लाने की कोशिश करो !

अब आप  सोच रहे होंगे  की ये लिखना और कहना आसान है खुद करो तो पता चले की कैसे बदलाव होता है सही सोच रहे हो
पर शुरुआत तो करनी होगी मेँ करू या आप करो जब तक शुरुआत नहीं होगी तबतक कैसे कुछ होगा !

आप किस बदलाव की बात सोच रहे हो आप मुझे ऐसी ब्लॉग मेँ पोस्ट करो अपने विचार तो मुझे पता चले की कितने लोग किसी तरह का बदलाव चाहते है वैसे ये ब्लॉग भी आपका अपना है जिसका नाम है आपकी सोच आपकी आजादी